बारहवें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य हैं। प्रभु वासुपूज्य का जन्म चम्पापुरी में इक्ष्वाकु वंश के महान राजा वासुपूज्य की पत्नी जया देवी के गर्भ से फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शतभिषा नक्षत्र में हुआ था। इनके शरीर का वर्ण लाल था।
वसुपूज्य जन्म से ही वैरागी थे, इसलिए इन्होने वैवाहिक प्रस्तावों को स्वीकार नहीं किया। राजपद से इंकार कर, साधारण जीवन व्यतीत किया। फाल्गुन कृष्ण अमावस्या को प्रभु वासुपूज्यनाथ जी ने प्रवज्या में प्रवेश किया। एक माह की छदमस्थ साधना द्वारा माघ शुक्ल द्वितीय को ‘केवली’ उपाधि प्राप्त की। मनोहर उद्यान में भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी के दिन चौरानवे मुनियों के साथ भगवान वासुपूज्यनाथ जी को मोक्ष प्राप्त हुआ था।
प्रभु वासुपूज्यनाथ जी हिंसा के निंदक थे। उनका मानना था कि अपने स्वार्थ के लिए अनेकों मूक पशुओं की बलि चढ़ाना अज्ञानपूर्ण एवं क्रूरतापूर्ण कार्य है। यह प्रतिबन्ध होना चाहिए। ईश्वर इस हिंसक कार्य से खुश नहीं होते क्योंकि ईश्वर तो प्रेम प्रवाह से प्रसन्न होते हैं, न कि रक्त प्रवाह से।
प्रश्न 1 - बारहवें तीर्थंकर का क्या नाम है?
उत्तर - श्री वसुपूज्य भगवान।
प्रश्न 2 - श्री वासुपूज्य भगवान की पूर्व पर्याय का नाम बताइये।
उत्तर - राजा श्री पद्मोत्तर जी।
प्रश्न 3 - राजा पद्मोत्तर कौन से देश के राजा थे?
उत्तर - पूर्व पुष्कारार्ध द्वीप में वत्सकावती देश के राजा थे?
प्रश्न 4 - श्री पद्मोत्तर किस नगर के राजा थे?
उत्तर - रत्नपुर नगर के।
प्रश्न 5 - श्री पद्मोत्तर राजा के पुत्र का नाम बताइये।
उत्तर - श्री धनमित्र।
प्रश्न 6 - श्री वासुपूज्य भगवान के पिता का नाम बताइये।
उत्तर - राजा वसुपूज्य।
प्रश्न 7 - श्री वासुपूज्य भगवान की मां का नाम बताइये।
उत्तर - जयावती (विजया)।
प्रश्न 8 - श्री वासुपूज्य भगवान का गर्भकल्याणक कौन सी तीथी को हुआ था?
उत्तर - आषाढ़ कृष्ण छट तिथि को।
प्रश्न 9 - श्री वासुपूज्य भगवान कौन से नक्षत्र में गर्भ में आये?
उत्तर - शतभिषा नक्षत्र में।
प्रश्न 10 - श्री वासुपूज्य भगवान कहां से गर्भ में आये?
उत्तर - महाशक्र स्वर्ग समे।
प्रश्न 11 - श्री वासुपूज्य भगवान का जन्म किस नगर में हुआ था?
उत्तर - चम्पापुर नगर में।
प्रश्न 12 - श्री वासुपूज्य भगवान का जन्म कौन सी तिथि को हुआ था?
उत्तर - फाल्गुन कृष्णा चैदस को।
प्रश्न 13 - श्री वासुपूज्य भगवान का जन्म कल्याण कौन से नक्षत्र में हुआ था?
उत्तर - विशाखा नक्षत्र में।
प्रश्न 14 - श्री वासुपूज्य भगवान न कौन से वंश में जन्म लिया था?
उत्तर - इक्ष्वाकु वंश में।
प्रश्न 15 - श्री वासुपूज्य भगवान कौन से चिन्ह से जाना जाता है।
उत्तर - भैंसा चिन्ह से।
प्रश्न 16 - श्री वासुपूज्य भगवान की आयु कितनी थी?
उत्तर - बहत्तर लाख वर्ष की थी।
प्रश्न 17 - श्री वासुपूज्य भगवान का कुमार काल कितने वर्ष का था?
उत्तर – अठारह लाख वर्ष का।
प्रश्न 18 - श्री वासुपूज्य भगवान के शरीर की ऊंचाई कितनी थी?
उत्तर - सत्तर धनुष।
प्रश्न 19 - श्री वासुपूज्य भगवान के शरीर का रंग कैसा थ?
उत्तर - विद्रुम व या (केशर के समान वर्षा)
प्रश्न 20 - श्री वासुपूज्य भगवान का राज्य काल कितने वर्ष क था?
उत्तर - राज्य नहीं था।
प्रश्न 21 - श्री वासुपूज्य भगवान के मोक्ष जाने के कितने समय बाद श्री वासुपूज्य भगवान आये?
उत्तर - बहत्तर लाख वर्ष कम चैवन सागर बीत जाने पर।
प्रश्न 22 - श्री वासुपूज्य भगवान को वैराग्य कैसे हुआ?
उत्तर - जाति स्मरण से।
प्रश्न 23 - श्री वासुपूज्य भगवान ज्ञान कब हुआ?
उत्तर - फल्गुन कृष्णा चैदस को।
प्रश्न 24 - श्री वासुपूज्य भगवान ने दीक्षा कौन नक्षत्र में ग्रहण की?
उत्तर - विशाखा नक्षत्र में।
प्रश्न 25 - श्री वासुपूज्य भगवान ने दीक्षा कौन से नगर में ली?
उत्तर - चम्पापुर नगर में।
प्रश्न 26 - श्री वासुपूज्य भगवान के दीक्षा वृक्ष का नाम बताइये।
उत्तर - कदंब वृक्ष।
प्रश्न 27 - श्री वासुपूज्य भगवान ने दीक्षा कौन से वन में ली?
उत्तर - मनोहर वन में।
प्रश्न 28 - श्री वासुपूज्य भगवान ने दीक्षा किस समय ली?
उत्तर - अपरान्ह काल में।
प्रश्न 29 - श्री वासुपूज्य भगवान ने दीक्षा के समय कितने उपवास किये?
उत्तर - दो उपवास।
प्रश्न 30 - श्री वासुपूज्य भगवान की दीक्षा पालकी का नाम बताइये।
उत्तर - पुष्प आभा नामक पालकी।
प्रश्न 31 - श्री वासुपूज्य भगवान ने कितने राजाओं के साथ दीक्षा ली?
उत्तर - छह सौ छियत्तर राजाओं के साथ।
प्रश्न 32 - श्री वासुपूज्य भगवान ने कितने वर्षों तक तप किया?
उत्तर - 1 वर्ष तक।
प्रश्न 33 - श्री वासुपूज्य भगवान को केवलज्ञान किस तिथि को हुआ?
उत्तर - माघ शुदी दोज को।
प्रश्न 34 - श्री वासुपूज्य भगवान को केवलज्ञान किस नक्षत्र में हुआ?
उत्तर - विशाख नक्षत्र में।
प्रश्न 35 - श्री वासुपूज्य भगवान ने किस वस्तु का आहर लिया था?
उत्तर - खीर का।
प्रश्न 36 - श्री वासुपूज्य भगवान का प्रथम आहर कहां हुआ था?
उत्तर - महानगर में।
प्रश्न 37 - श्री वासुपूज्य भगवान को प्रथम आहर किसने दिया था?
उत्तर - श्री सुन्दर नाम के राजा ने।
प्रश्न 38 - श्री वासुपूज्य भगवान को केवलज्ञान कौन से नगर में हुआ था?
उत्तर - चम्पापुर नगर में।
प्रश्न 39 - श्री वासुपूज्य भगवान को केवलज्ञान किस वन में हुआ?
उत्तर - मनोहर वन में।
प्रश्न 40 - श्री वासुपूज्य भगवान को केवलज्ञान किस वृक्ष के नीचे हुआ?
उत्तर - पाटल वृक्ष के नीचे।
प्रश्न 41 - श्री वासुपूज्य भगवान को केवलज्ञान किस समय हुआ?
उत्तर - अपरान्ह काल में।
प्रश्न 42 - श्री वासुपूज्य भगवान का समोशरण कितना विस्तरित था?
उत्तर - साढ़े छह योजन विस्तरित।
प्रश्न 43 - श्री वासुपूज्य भगवान के शासन यक्ष का नाम बताइये।
उत्तर - षण्णमुख यक्ष।
प्रश्न 44 - श्री वासुपूज्य भगवान की शासन देवी का नाम बताइये।
उत्तर - गंधारी देवी।
प्रश्न 45 - श्री वासुपूज्य भगवान के शासन देव क्षेत्रपालों के नाम बताइये।
उत्तर - 1 - श्री लब्धि रूचि
2 - श्री तत्व रूचि
3 - श्री सम्यक्तव रूचि
4 - श्री सूर्यवाद रूचि।
प्रश्न 46 - श्री वासुपूज्य भगवान का केवली काल कितने वर्ष का था?
उत्तर - त्रेपनलाख निन्यानवे हजार नौ सौ निन्यानवे वर्ष का।
प्रश्न 47 - श्री वासुपूज्य भगवान के कितने गणधर थे?
उत्तर - छियासछ गणधर।
प्रश्न 48 - श्री वासुपूज्य भगवान के प्रमुख गणधर का कौन थे?
उत्तर - धर्म नाम के गणधर (सुधर्म)
प्रश्न 49 - श्री वासुपूज्य भगवान के समोशरण में प्रमुख श्रोता कौन थे?
उत्तर - श्री दिवपिष्ठ जी (स्वयं भूश्री जी)।
श्न 50 - श्री वासुपूज्य भगवान के समोशरण में कितने ऋषि थेत्र
उत्तर - बहत्तर हजार ऋषि।
प्रश्न 51 - श्री वासुपूज्य भगवान के समोशरण में कितने पूर्व धर मुनि थे?
उत्तर - एक हजार दो सौ पूर्वधर मुनि।
प्रश्न 52 - श्री वासुपूज्य भगवान के समोशरण में कितने शिक्षक मुनि थे?
उत्तर - उन्तालिस हजार दो सौ शिक्षक मुनि।
प्रश्न 53 - श्री वासुपूज्य भगवान के समोशरण में कितने अवधि ज्ञानी मुनि थे?
उत्तर - पांच हजार चार सौ अवधि ज्ञानी मुनि।
प्रश्न 54 - श्री वासुपूज्य भगवान के समोशरण में कितने केवली थे?
उत्तर - छह हजार केवली।
प्रश्न 55 - श्री वासुपूज्य भगवान के समोशरण में विक्रिया धारी मुनि कितने थे?
उत्तर - दस हजार विक्रिया धारी मुनि।
प्रश्न 56 - श्री वासुपूज्य भगवान के समोशरण में विपुलमति ज्ञान के धारक कितने मुनि थे?
उत्तर - छह हजार विपुलमति ज्ञान धारी मुनि।
प्रश्न 57 - श्री वासुपूज्य भगवान के समोशरण में वादी मुनियों की संख्या कितनी थी?
उत्तर - चार हजार दो सौ वादी मुनि।
प्रश्न 58 - श्री वासुपूज्य भगवान के समोशरण में कितनी आर्यिकायें थी?
उत्तर - एक लाख छह हजार आर्यिकयें।
प्रश्न 59 - श्री वासुपूज्य भगवान के समोशरण में प्रमुख आर्यिका कौन थी?
उत्तर - आर्यिका श्री वरसेना जी।
प्रश्न 60 - श्री वासुपूज्य भगवान के समोशरण में कितने श्रावक थे?
उत्तर - दो लाख श्रावक।
प्रश्न 61 - श्री वासुपूज्य भगवान के समोशरण में कितनी श्राविकायें थी?
उत्तर - चार लाख श्राविकायें।
प्रश्न 62 - श्री वासुपूज्य भगवान ने मोक्ष किस नगर में प्राप्त किया?
उत्तर - चंपापुर नगर में।
प्रश्न 63 - श्री वासुपूज्य भगवान ने कहां से मोक्ष प्राप्त किया?
उत्तर - चंपापुर में मंदारगिरि पर्वत से।
प्रश्न 64 - श्री वासुपूज्य भगवान ने मोक्ष किस तिथि में प्राप्त किया?
उत्तर - भादों शुकला चैदस को।
प्रश्न 65 - श्री वासुपूज्य भगवान ने मोक्ष किस समय प्राप्त किया?
उत्तर - उपरान्ह काल में।
प्रश्न 66 - श्री वासुपूज्य भगवान ने मोक्ष किस नक्ष में प्राप्त किया?
उत्तर - अश्वनी नक्षत्र में।
प्रश्न 67 - श्री वासुपूज्य भगवान ने मोक्ष कितने मुनियों के साथ प्राप्त यिका?
उत्तर - छह सौ एक मुनियों के साथ। (94)
प्रश्न 68 - श्री वासुपूज्य भगवान का भोगनिवृत्ति काल बताइये?
उत्तर - एक माह पूर्व।
प्रश्न 69 - श्री वासुपूज्य भगवान के समोशरण में अनुबद्ध केवलियों की संख्या बताइये।
उत्तर - चालिस अनुबद्ध केवली।
प्रश्न 70 - श्री वासुपूज्य भगवान किस आंसन से मोक्ष गये?
उत्तर - पद्मासन से।
प्रश्न 71 - श्री वासुपूज्य भगवान के कितने शिष्यों ने अनुत्तर विमानों को प्राप्त किया?
उत्तर - ग्यारह हजार दिगम्बर मुनियों ने।
प्रश्न 72 - श्री वासुपूज्य भगवान के कितने शिष्यों ने मुक्ति को प्राप्त किया?
उत्तर - चैवन हजार छह सौ मुनियों ने।
प्रश्न 73 - श्री वासुपूज्य भगवान के कितने शिष्यों ने पहले स्वर्ग से ग्रैवेयक तक के स्वर्गों को प्राप्त किया?
उत्तर - चैषठ सौ शिष्यों ने।
प्रश्न 74 - श्री वासुपूज्य भगवान का तीर्थ प्रर्वतन काल कितने वर्ष का था?
उत्तर - तीस सागर चैवन लाख वर्ष में एक पल्य कम वर्ष तक श्री बासुपूज्य जी का शासन काल रहा।
प्रश्न 75 - श्री वासुपूज्य भगवान के शसन काल में तीर्थ का विच्छेद कितने वर्ष तक रहा?
उत्तर - एक पल्य वर्ष तक।